Surah An-Nas - Hindi Translation by Muhammad Farooq Khan And Muhammad Ahmed
قُلۡ أَعُوذُ بِرَبِّ ٱلنَّاسِ
कहो, "मैं शरण लेता हूँ मनुष्यों के रब की
Surah An-Nas, Verse 1
مَلِكِ ٱلنَّاسِ
मनुष्यों के सम्राट की
Surah An-Nas, Verse 2
إِلَٰهِ ٱلنَّاسِ
मनुष्यों के उपास्य की
Surah An-Nas, Verse 3
مِن شَرِّ ٱلۡوَسۡوَاسِ ٱلۡخَنَّاسِ
वसवसा डालनेवाले, खिसक जानेवाले की बुराई से
Surah An-Nas, Verse 4
ٱلَّذِي يُوَسۡوِسُ فِي صُدُورِ ٱلنَّاسِ
जो मनुष्यों के सीनों में वसवसा डालता हैं
Surah An-Nas, Verse 5
مِنَ ٱلۡجِنَّةِ وَٱلنَّاسِ
जो जिन्नों में से भी होता हैं और मनुष्यों में से भी
Surah An-Nas, Verse 6