Surah Al-Ala - Hindi Translation by Muhammad Farooq Khan And Muhammad Ahmed
سَبِّحِ ٱسۡمَ رَبِّكَ ٱلۡأَعۡلَى
तसबीह करो, अपने सर्वाच्च रब के नाम की
Surah Al-Ala, Verse 1
ٱلَّذِي خَلَقَ فَسَوَّىٰ
जिसने पैदा किया, फिर ठीक-ठाक किया
Surah Al-Ala, Verse 2
وَٱلَّذِي قَدَّرَ فَهَدَىٰ
जिसने निर्धारित किया, फिर मार्ग दिखाया
Surah Al-Ala, Verse 3
وَٱلَّذِيٓ أَخۡرَجَ ٱلۡمَرۡعَىٰ
जिसने वनस्पति उगाई
Surah Al-Ala, Verse 4
فَجَعَلَهُۥ غُثَآءً أَحۡوَىٰ
फिर उसे ख़ूब घना और हरा-भरा कर दिया
Surah Al-Ala, Verse 5
سَنُقۡرِئُكَ فَلَا تَنسَىٰٓ
हम तुम्हें पढ़ा देंगे, फिर तुम भूलोगे नहीं
Surah Al-Ala, Verse 6
إِلَّا مَا شَآءَ ٱللَّهُۚ إِنَّهُۥ يَعۡلَمُ ٱلۡجَهۡرَ وَمَا يَخۡفَىٰ
बात यह है कि अल्लाह की इच्छा ही क्रियान्वित है। निश्चय ही वह जानता है खुले को भी और उसे भी जो छिपा रहे
Surah Al-Ala, Verse 7
وَنُيَسِّرُكَ لِلۡيُسۡرَىٰ
हम तुम्हें सहज ढंग से उस चीज़ की पात्र बना देंगे जो सहज एवं मृदुल (आरामदायक) है
Surah Al-Ala, Verse 8
فَذَكِّرۡ إِن نَّفَعَتِ ٱلذِّكۡرَىٰ
अतः नसीहत करो, यदि नसीहत लाभप्रद हो
Surah Al-Ala, Verse 9
سَيَذَّكَّرُ مَن يَخۡشَىٰ
नसीहत हासिल कर लेगा जिसको डर होगा
Surah Al-Ala, Verse 10
وَيَتَجَنَّبُهَا ٱلۡأَشۡقَى
किन्तु उससे कतराएगा वह अत्यन्त दुर्भाग्यवाला
Surah Al-Ala, Verse 11
ٱلَّذِي يَصۡلَى ٱلنَّارَ ٱلۡكُبۡرَىٰ
जो बड़ी आग में पड़ेगा
Surah Al-Ala, Verse 12
ثُمَّ لَا يَمُوتُ فِيهَا وَلَا يَحۡيَىٰ
फिर वह उसमें न मरेगा न जिएगा
Surah Al-Ala, Verse 13
قَدۡ أَفۡلَحَ مَن تَزَكَّىٰ
सफल हो गया वह जिसने अपने आपको निखार लिया
Surah Al-Ala, Verse 14
وَذَكَرَ ٱسۡمَ رَبِّهِۦ فَصَلَّىٰ
और अपने रब के नाम का स्मरण किया, अतः नमाज़ अदा की
Surah Al-Ala, Verse 15
بَلۡ تُؤۡثِرُونَ ٱلۡحَيَوٰةَ ٱلدُّنۡيَا
नहीं, बल्कि तुम तो सांसारिक जीवन को प्राथमिकता देते हो
Surah Al-Ala, Verse 16
وَٱلۡأٓخِرَةُ خَيۡرٞ وَأَبۡقَىٰٓ
हालाँकि आख़िरत अधिक उत्तम और शेष रहनेवाली है
Surah Al-Ala, Verse 17
إِنَّ هَٰذَا لَفِي ٱلصُّحُفِ ٱلۡأُولَىٰ
निस्संदेह यही बात पहले की किताबों में भी है
Surah Al-Ala, Verse 18
صُحُفِ إِبۡرَٰهِيمَ وَمُوسَىٰ
इबराईम और मूसा की किताबों में
Surah Al-Ala, Verse 19